मंडला एसपी की विदाई चर्चा में: भावुक हुए लोग, छलक गए आंसू, जानें वजह
मंडला पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह राजपूत का ट्रांसफर मंडला से शाजापुर कर दिया गया. मंडला में करीब 2 साल 5 महीने रहने के बाद वो सोमवार को वह मंडला से रिलीव हाे गए. अपने कप्तान की विदाई को उनके अधीनस्थ पुलिस महकमे ने यादगार बना दिया. पुलिस अधीक्षक को ऐसी विदाई दी गई जिसे वो पूरी ज़िंदगी याद रखेंगे. उनके विदाई के मौके पर 6 किलोमीटर से भी लम्बा रोड शो निकाला गया, वह भी पूरे गाजे-बाजे के साथ.इस मौके पर जिले के सभी थाना प्रभारी ख़ास ड्रेस कोड में नज़र आए, सभी ने सफ़ेद रंग के कुर्ता-पायजामा के साथ साफा भी पहना. ऐसा लग रहा था मानो सभी बाराती हैं. इसमें सब कुछ था बैंड-बाजा और बाराती. फ़र्क़ सिर्फ इतना था कि इस बारात के दूल्हे पुलिस अधीक्षक घोड़े या बग्गी में सवार न होकर ओपन जिप्सी में अपने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह कंवर के साथ सवार थे. जहां से भी यह काफिला निकला लोग इसे देखते रह गए. फूल भी बरसाए गए.
शाही अंदाज में रवाना हुआ काफिला
रैली के पहले होटल ग्रांड किंगफ़िशर में पुलिस अधीक्षक के सम्मान में समरोह का आयोजन किया गया. इसके बाद यहां से शाही अंदाज़ में बंगले के लिए पुलिस अधीक्षक का काफिला रवाना हुआ. पहले बजरंग चौक, महाराजपुर पुलिस स्टेशन में पुलिस अधीक्षक का स्वागत आतिशबाजी व फूल-मालाओं से हुआ. पुलिस महकमे ने बैंड की धुन में जमकर डांस किया. इसके बाद रपटा घाट में काफिला नर्मदा पूजन के लिए रुका। पुलिस अधीक्षक ने पूरे विधि विधान से नर्मदा पूजन किया.नर्मदा पूजन के बाद काफिला फिर आगे बढ़ा. नेहरू स्मारक, पुलिस लाइन में भी कप्तान का जोरदार स्वागत हुआ. इस दौरान पूरे रास्ते जगह-जगह नाचते दिखे पुलिस अधिकारी. इसके बाद काफिला बंगला पहुंचा, जहां एसपी के माता-पिता ने अपने बेटे की आरती उतारी. इस मौके पर पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह राजपूत काफी भावुक नज़र आए. उन्होंने इस मौके पर समूचे पुलिस परिवार का आभार जताया.
विदाई पर भावुक हुए एसपी मंडला/ एसपी यशपाल सिंह राजपूत ने भावुक अंदाज में बताया कि आज मुझे मंडला में 2 साल 5 महीने पूरे हो गए. शासन के आदेश अनुसार मुझे नए जिले की कमान सौंपी गई है, शाजापुर की. आज मैं जिला मंडला से विदा हुआ हूं. यहां से चार्ज दिया है मैंने. जो मेरे प्रिय साथी गण है एडिशनल एसपी साहब, एसडीओपी, थाना प्रभारी, सभी इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, एएसआई, हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल सभी लोगों ने मुझे प्यार दिया है उसके लिए बहुत ज्यादा आभारी हूं. मेरे लोग, पत्रकार बंधु, जिला प्रशासन, न्याय व्यवस्था सभी लोगों ने मुझे सहयोग किया जिस वजह से मेरा यह कार्यकाल निर्विवाद रूप से पूर्ण हुआ है. मैं नए जिले का पदभार ग्रहण करने जा रहा हूं. आज विदाई का कार्यक्रम रखा है, यह काफी भावुक क्षण है. इसे मैं जिंदगी भर याद रखूंगा.