नीमच। जल शक्ति अभियान के तहत प्लेक्स बैनर बनाने कि दरें ओर कार्य आदेश प्रशासक काल में हुआ था,जिसके बिल को आडिट विभाग से क्लीनचिट मिली उसके बाद मेरे कार्यकाल में भुगदान हुआ । नेता प्रतिपक्ष की शिकायत ओर आरोप झूठे हैं। जिसका जवाब मैने लोकायुक्त को दिया हैं। यह बात नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति चौपड़ा ने कही ,,वे बुधवार को शाम को चंद्र भंवर में नेता प्रतिपक्ष योगेश प्रजापति द्वारा लोकायुक्त में की गई आर्थिक अनियमिताओं की शिकायत के संबंध में अपना पक्ष रख रही थी। उन्होंने बताया कि नगरीय प्रशासन विभाग के आदेशानुसार जल शक्ति अभियान के अंतर्गत वर्ष 2022 / 2023 के प्लेक्स बैनर निर्माण के लिए प्रशासक काल में 13 अप्रैल 2022 को 15 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई थी। उसके बाद प्रशासक काल में ही 22 मई 2022 को आन लाइन निविदा निकाली गई थी। इसके बाद प्रशासक काल में 26 जुलाई 2022 को दरें स्वीकृति की अनुशंसा की गई तथा 3 अगस्त 2022 को प्रशासक काल में ही वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई ओर उसके बाद 10 अगस्त 2022 को पत्र क्रमांक 259 से उक्त कार्य के लिए वर्क आर्डर जारी किया । नपाध्यक्ष श्री मति चौपड़ा ने कहा कि यह पूरी कार्रवाई मेरे नपाध्यक्ष पदभार ग्रहण करने के पूर्व हुई। उन्होंने कहा कि मैने 10 अगस्त 2022 को नपाध्यक्ष पदभार ग्रहण किया था,तब तक प्रशासकीय स्वीकृति निविदा,दरों की स्वीकृति कार्यादेश की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। नपाध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के 8 सितंबर 2022 को देयक भुगतान के लिए प्रस्तुत किया ओर आडिट विभाग द्वारा देयक पारित करने के बाद 28 अक्टूबर को भुगतान किया गया । उन्होंने कहा इससे स्पष्ट हैं कि मुझे पदभार ग्रहण किए मात्र एक माह ही हुआ था। लेकिन नेता प्रतिपक्ष ने मुझ पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगा दिए। नपाध्यक्ष ने कहा कि जब सभी कार्यभाई मेरे नपाध्यक्ष बनने के पूर्व हो चुकी थी। और आडिट विभाग ने देयक को क्लीनचिट दे दी थी। जिससे सिद्ध होता हैं कि नेता प्रतिपक्ष के आरोप झूठे ओर बेबुनियाद हैं।