राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के दौरान देवली उनियारा विधानसभा सीट काफी सुर्खियों में रही है। कांग्रेस के बागी और निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के थप्पड़ कांड ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है। समर्थकों के कंधों पर सवार होकर पुलिस को चुनौती देने वाले नरेश मीणा वर्तमान में टोंक जेल में बंद है। उनका फर्श पर सोते हुए एक फोटो भी सामने आया है। वहीं एरिया मजिस्ट्रेट के तौर पर काम करने वाले मालपुरा एसडीएम अमित कुमार चौधरी ने नरेश के खिलाफ नगर फोर्ट पुलिस थाने में 10 गंभीर धाराओं के तहत मामला भी दर्ज कराया है। इसके अलावा लोक प्रतिनिधि अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज करवाकर कार्रवाई की मांग की गई है। चलिए अब आपको बताते हैं कि एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा कितने अमीर हैं।
79 लाख रुपये की संपत्ति का मालिक हैं नरेश
उपद्रव के जरिए सुर्खियों में रहने वाला नरेश मीणा पेशे से पेट्रोल पंप के संचालक हैं। नरेश मीणा ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम से एक पंप लीज पर ले रखा है। नामांकन पत्र के दौरान दाखिल किए गए शपथ पत्र के मुताबिक, नरेश मीणा 79 लाख रुपये की संपत्ति के मालिक हैं। उसकी पत्नी सुनीता बारां में जिला परिषद सदस्य हैं। उनके पास करीब 20 लाख रुपये की संपत्ति होना बताया गया है। चुनावी हलफनामे में नरेश ने स्वंय के पास 1 लाख 30 हजार 500 रुपये नकद होना बताया। साथ ही पत्नी के पास 85 हजार रुपये होने की जानकारी दी है। नरेश के पास एक स्कॉर्पियो है, जबकि उसकी पत्नी के पास एक स्कूटी भी है।
नरेश मीणा पर कितना कर्ज?
79 लाख रुपये की संपत्ति के मालिक नरेश मीणा पर कर्जा भी है। देवली उनियारा विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल करते समय नरेश मीणा ने अपने कर्ज के बारे में बताया। शपथ पत्र में नरेश मीणा ने 67 लाख, 10 हजार 617 रुपये का कर्ज होना बताया है।
पिता 30 साल सरपंच रहे, अभी मां हैं सरपंच
नरेश मीणा के पिता कल्याण सिंह मीणा 30 साल तक सरपंच रहे हैं। वर्तमान में नरेश की मां सरपंच हैं और पत्नी जिला परिषद सदस्य है। यानी पूरे परिवार के सदस्य राजनीति में है। पूरे परिवार में केवल नरेश ही ऐसे व्यक्ति हैं, जो आए दिन मारपीट, हंगामा और उपद्रव करते हैं। उनके पिता कल्याण सिंह बेहद सरल और मिलनसार व्यक्ति हैं। वे बचपन से ही नरेश को समझाते रहे हैं कि नरेश को गुस्सा नहीं करना चाहिए, लेकिन नरेश खुद कहता है कि वह अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पाता।
नवंबर 2023 में भी लड़ा था विधानसभा चुनाव
नरेश मीणा ने गत विधानसभा चुनाव के दौरान भी बारां के छबड़ा से टिकट की दावेदारी की, लेकिन कांग्रेस ने उसे टिकट नहीं दिया। टिकट नहीं मिलने पर नाराज होकर वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव में कूद पड़े। उस वक्त नरेश मीणा को 43,921 वोट मिले थे। वो तीसरे स्थान पर रहे थे। छबड़ा से भाजपा के पुष्पेंद्र सिंह सिंघवी ने चुनाव जीता, जबकि कांग्रेस के करण सिंह दूसरे स्थान पर रहे। पुष्पेंद्र सिंह सिंघवी को 65,000 वोट मिले, जबकि करण सिंह को 59,892 वोट मिले थे।