टोंक में थप्पड़ कांड के बाद हुई समरावता हिंसा को लेकर पंचायत ने ऐलान किया है कि गांव में किसी बाहरी व्यक्ति या नेता को राजनीति नहीं करने दी जाएगी. ग्रामीणों की ओर से बोलते हुए समरावता के शंकरलाल मीना ने कहा कि सरकार ने हमारी मांगें मान ली हैं. समरावता और कचरावता को देवली ब्लॉक से हटाकर उनियारा ब्लॉक में शामिल किया जाएगा। राजस्थान के टोंक जिले के समरावता गांव में हुए थप्पड़ कांड और उसके बाद की हिंसा को लेकर स्थिति सामान्य होती नजर आ रही है. जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात के बाद ग्रामीणों की सभी मांगों को स्वीकार कर लिया गया है. सरकार ने मामले की जांच संभागीय आयुक्त से कराने और ग्रामीणों के नुकसान की भरपाई करने की घोषणा की है.