नीमच। नगरपालिका नीमच से लेकर केंद्र तक भाजपा की सरकार है। बावजूद इसके नीमच शहर विकास के मुद्दों पर क्यों उपेक्षा का शिकार हो रहा है, जबकि शहर विकास के नाम पर तो हमेशा विधायक और भाजपा नेताओं में श्रेय की होड़ मची रहती है। हालात यह है कि चुनाव नजदीक आते ही सीएम नीमच का दौरा कर रहे हैं। इस दौरान क्या सिर्फ घोषणाओं के तीर छोड़ेंगे या नीमच को कोई बड़ी सौगात भी देंगे।
यह आरोप कांग्रेस नेता और पूर्व पार्षद महेंद्र मोनू लोक्स ने प्रेसनोट के माध्यम से लगाए हैं। उन्होंने कहा कि संभवतः नीमच प्रदेश का एक ऐसा इकलोता शहर है, जिसमें विकास कराने के नाम सांसद और विधायक पिछड़े हुए हैं। हालात यह है कि सांसद को तो नीमच की सुविधाएं छीन कर अपने शहर मंदसौर ले जाने से फुरसत ही नहीं है। इधर विधायक भी ऐसे हैं कि भले ही सबकुछ नीमच से चला जाए, पर सांसद की कार्रवाई का विरोध नहीं करेंगे। चाहे नीमच से फिर जिले का खिताब ले लिया जाए।
पूर्व पार्षद श्री लोक्स ने कहा कि ये तो सांसद-विधायक की जुगलबंदी है, लेकिन बात नीमच शहर में विकास की करें, तो प्रदेश में भाजपा की सरकार को पूरे 15 वर्ष हो चुके हैं। नीमच नगरपालिका में भी बीते दो चुनाव में भाजपा की परिषद् ही बनी है, पर विडंबना यह है कि शहर विकास के नाम पर नीमच की उपेक्षा ही हुई है। अगर कुछ हुआ है, तो वह योजना क्र. 34 व 36 के अवैध भूखंडों पर खुदबुर्द करने और नपा आधिपत्य की भूमियों को निपटाने के काम किए गए हैं। इसके अलावा घटिया और गुणवता विहिन निर्माण करने वाले ठेकेदारों को उपकृत करने का कार्य किया गया है। श्री लोक्स ने आरोप लगाया कि वर्तमान में नीमच में अनेक सड़के ऐसी है, जिनका निर्माण घटिया किया गया है, फिर ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
श्री लोक्स ने कहा कि वर्तमान में सांसद और विधायक मेडिकल कॉलेज की सौगात नीमच को दिलाने के नाम श्रेय ले रहे हैं, जबकि जग जाहिर है कि मेडिकल कॉलेज की सौगात तत्कालीन कांग्रेस के मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार के दौरान नीमच की जनता की मांग पर मिली है। क्योंकि सांसद तो कह चुके थे कि नीमच लेट हो गया। अब मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास के दौरान मुख्यमंत्री के सामने एक बार फिर सांसद और विधायक श्रेय लेने की होड़ में लगे हुए हैं।
जाजू सागर बांध बन चुका है भ्रष्टाचार का जरिया-
पूर्व पार्षद मोनू लोक्स ने आरोप लगाया कि शहर का प्रमुख जल स्त्रोत जाजू सागर बांध नीमच की जनता की प्यास बुझाने का काम करता है, लेकिन वर्तमान में वह भ्रष्टाचार का जरिया बन चुका है। जाजू सागर बांध के डूब क्षेत्र में अवैध खेती हो रही है, जिसके लिए बांध का पानी चोरी किया जा रहा है। इस बारे में नगरपालिका अध्यक्ष और सीएमओ को अच्छी तरह पता है, लेकिन कार्रवाई करने के बताए नपाध्यक्ष ने भाजपा पार्षदों की निगरानी समिति का गठन कर दिया है, तो निगरानी के नाम पर सिर्फ भ्रमण करने का काम कर रहे हैं और स्वार्थ पूर्ति की दशा में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
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हल होकर भी उलझ गई बंगला-बगीचा समस्या
पूर्व पार्षद मोनू लोक्स ने आरोप लगाया कि बंगला-बगीचा व्यवस्थापन मसौदा लागू होने के बाद नीमच के विधायक और भाजपा नेताओं ने श्रेय लिया था कि वे नीमच की 45 वर्ष पुरानी समस्या को सरकार से हल करा लाए, लेकिन विडंबना यह है कि बंगला-बगीचा व्यवस्थापन मसौदे में विसंगतियों का अंबार है, जिसके कारण समस्या हल होकर भी उलझ गई है। वर्तमान में हालात यह है कि व्यवस्थापन प्रकोष्ठ में तैनात नपा कर्मचारियों ने बंगला-बगीचा व्यवस्थापन को भ्रष्टाचार का जरिया बना लिया है।
चुनाव आते ही नीमच में घोषणाओं की बोछार करने आ रहे हैं सीएम
कांग्रेस के पूर्व पार्षद मोनू लोक्स ने आरोप लगाया कि प्रदेश में 15 वर्ष से भाजपा की सरकार काबिज है, लेकिन नीमच को कोई बड़ी सौगात नहीं मिली। जो मेडिकल कॉलेज की सौगात है, वह भी 15 माह तक चली कांग्रेस कमलनाथ सरकार की सौगात है। अब एक बार फिर सीएम नीमच में घोषणाओं की बोछार करने आ रहे हैं, वे इस बात भी ध्यान दे कि प्रदेश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने, उन्होंने जो लाडली बहना योजना शुरू की है, वह भी सिर्फ चुनाव है। क्योंकि वर्तमान में ईकेवाईसी का सर्वर बंद पड़ा है और योजना में नाम दर्ज कराने का समय भी बहुत कम रखा है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सीएम की लाडली बहना योजना भी चुनावी है। अगर सीएम योजना को चलाना चाहते, तो योजना से जुड़ने की टाईम लिमिट भी अधिक रखते, पर ऐसा नहीं किया जा रहा है। क्योंकि योजना तो सिर्फ चुनावी माहौल बनाने के लिए लागू की गई है।