नीमच-विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी के संगठन चुनाव संगठन पर्व के तहत पूरे देश में हो रहे हैं जिसके तहत सदस्यता अभियान के बाद बूथअध्यक्ष , व मंडल अध्यक्षों की नियुक्तियां जिले में हो चुकी है। इसके बाद अब जिला अध्यक्ष पद के लिए रायशुमारी आज नीमच में होगी जिसके तहत सभी अपेक्षित कार्यकर्ताओं से जिला निर्वाचन अधिकारी उनका अभी मत लेंगे व भोपाल जाकर प्रदेश निर्वाचन अधिकारियों को वह लिफाफा व नाम का पैनल सौंपेंगे इसके बाद सर्वानुमति से प्रदेश द्वारा जिला अध्यक्ष पद पर नियुक्ति की जाएगी।

यह है दौड़ में-जिला अध्यक्ष पद को लेकर पार्टी द्वारा निर्धारित मापदंड के तहत अनेक वरिष्ठ नेता जो जिला अध्यक्ष बनने का सोच रहे थे वह दौड़ से बाहर हो गए अब जो शेष बचे हैं उसमें सबसे प्रबल दावेदार वर्तमान जिला अध्यक्ष पवन पाटीदार को माना जा रहा है जिन्हें पार्टी पुननियुक्ति प्रदान कर सकती है । पवन पाटीदार के बाद पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राकेश जैन पप्पू का नाम दूसरे पायदान पर आ रहा है जीनहेभी उनके नगर पालिका के सफलतम कार्यकाल वह उसके बाद चुनाव संचालन व सेवा कार्यों को लेकर जिले की कमान सौंपी जा सकती है। इसके बाद क्षेत्रीय सांसद सुधीर गुप्ता व नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार के चहते सक्रिय भाजपा नेता आदित्य मालू का नाम भी उनकी ओर से आगे किया जा सकता है जो संगठन के साथ ही पूरे जिले में अपनी एक अलग पहचान रखते हैं। साथ ही भाजपा के वरिष्ठ नेता मनासा के पूर्व विधायक स्वर्गीय राधे श्याम लढा के सुपुत्र व वर्तमान जिला महामंत्री युवा नेता राजेश लढा का नाम भी दौड़ में शामिल है जिस पर भी संगठन स्तर पर मोहर लग सकती है। राजेश लढाभी काफी समय से सक्रिय है और वह भी अपनी एक अलग पहचान पार्टी व संगठन के बीच में बनाने में कामयाब रहे हैतमाम विपरीत परिस्थितियों के बाद भी उनका नाम मनासा विधानसभा के दावेदारों में भी शुमार रहा।

सांसद व विधायकों की भूमिका रहेगी महत्वपूर्ण-

जिस प्रकार मंडल अध्यक्षों के चुनाव में विधायकों की पसंद को महत्व दिया गया है इस प्रकार जिला अध्यक्ष पद को लेकर भी जिले के विधायक व सांसदों की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी जावद के विधायकपूर्व मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, मनासा विधायक माधव मारू ,नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार, क्षेत्रीय सांसद सुधीर गुप्ता , राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

पांच नाम का बनेगा पैनल-प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा संगठन द्वारा तय नीति के तहत प्रत्येक जिले से जिला अध्यक्ष पद के लिए पांच नाम का पैनल बनाया जाएगा जिसमें पूर्व व वर्तमान जिला अध्यक्ष के नाम के अलावा तीन नए नाम शामिल किये जा सकेंगे पूर्व व वर्तमान जिला अध्यक्षों के नाम अनिवार्य रूप से पैनल में जाएंगे चाहे वह गाइड लाइन में आते हो या नहीं तय नियम के अनुसार जिले से पूर्व अध्यक्ष हेमंत हरीत,

ववर्तमान अध्यक्ष पवन पाटीदार के नाम पैनल में भेजा जाना तय है।
इसके अलावा तीन नए नाम जो रायशुमारी में आएंगे उन्हें शामिल किया जाएगा जिसमें राकेश जैन पप्पू और आदित्य मालू के अलावा पांचवा नाम वीरेंद्र पाटीदार, राजू नागदा मोडी, निलेश पाटीदार, मनीष चौरसिया, विजय बाफना,संतोष चोपड़ा का जा सकता है।

इननेताओं की रहेगी महत्वपूर्ण भूमिका-

जिला अध्यक्ष पद को लेकर जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ,वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ,पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ,पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री, थावरचंद गेहलोत, पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर,केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ,जिले के प्रभारी मंत्री निर्मला भूरिया के साथ ही संघ के पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी ‌।

पाटीदार का कार्यकाल रहा सफल-

वर्तमान जिला अध्यक्ष पवन पाटीदार के कार्यकाल की बात की जाए तो जिस उम्मीद को लेकर उन्हें जिले की कमानसोपी गई थी उसमें वह खरे उतरे हैं जिसके कारण उन्होंने पूरी ताकत के साथ कार्य किया है विधानसभा व लोकसभा चुनाव के साथ ही जिले के नगरीय निकायों वजनपद व जिला जनपद में भी भाजपा के कार्यकर्ताओं को वह बिठाने में कामयाब रहे हैं जिसके कारण कार्यकाल भी सफल माना जा सकता है साथ ही सीधे तौर पर उनका किसी से कोई विरोध भी नहीं रहा ।

टिकट नहीं देने के चलते पार्टी दे सकती है फिर जिम्मेदारी-

वर्तमान जिला अध्यक्ष पवन पाटीदार को अबकी बार नीमच विधानसभा क्षेत्र का प्रबंल दावेदार माना जा रहा था लेकिन पार्टी ने फिर से सिटिंग विधायक दिलीप सिंह परिहार पर ही अपना भरोसा जताया और पवन पाटीदार को टिकट नहीं दिया जिसके चलते भी पार्टी के आला नेता उनकी जिम्मेदारी को तय करते हुए फिर से उन्हें जिला अध्यक्ष का दायित्व सौंप सकते हैं टिकट नहीं मिलना भी पवन पाटीदार के लिए जिला अध्यक्ष पद के लिए उनकी दावेदारी को और भी पुख्ता करता है‌।

दावेदार हुए सक्रिय-

जिला अध्यक्ष पद के लिए जो भी दावेदार अपनी दावेदारी जतारहे हैं वह अपने स्तर पर भोपाल तक अपने आला नेताओं से आशीर्वाद प्राप्त कर आ गए हैं और अब रायशुमारी के पूर्व पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं सभी दावेदार चाह रहे हैं कि उनका नाम प्रमुखता के साथ विचार विमर्श में आए और पैनल में भोपाल जाए।

अंतिम निर्णय होगा संगठन का-

जिला अध्यक्ष पद को लेकर संपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया व रायशुमारी की कसरत चाहे कार्यकर्ता व नेता व निर्वाचन अधिकारी कर रहे हो लेकिन उन्हें यह पावर नहीं है कि वह किसी को जिला अध्यक्ष मनोनीत कर दे उन्हें मात्र पैनल बनाकर लिफाफा बंद कर कर भोपाल भेजना है और उसके बाद अंतिम निर्णय संगठन का ही होगा और जिसे वह चाहेंगे उसी की ताजपोशी होगी, चाहे कितनी ही कार्यशालाएं निर्वाचन को लेकर जिले व प्रदेश व देश में हुई लेकिन निर्णय सर्वानुमति से जो संगठन नेचाहावही हुआ, इस बात के चलते अनेक वरिष्ठ नेताओं ने तो अब निर्वाचन से भी दूरी बना ली है और वह रायशुमारी में भी जाना पसंद नहीं कर रहे हैं। क्योंकि वह यह जानते हैं कि यह मात्र औपचारिकता है और कुछ भी नहीं।

नव वर्ष में होगी घोषणा-

पार्टी द्वारा जिला अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए 30 दिसंबर तक की समय सीमा तय की गई है जिसके तहत प्रदेश के सभी जिलों में 30 दिसंबर तक रायशुमारी के बाद जिला अध्यक्षों केनामके पैनल भोपाल पहुंच जाएंगे उसके बाद प्रदेश के नेताओं द्वारा विचार विमर्श कर सवानुमती से निर्वाचन की घोषणा की जाएगी । नीमच जिला अध्यक्ष के नाम की घोषणा नव वर्ष के प्रथम सप्ताह में होने की संभावना है।