नीमच। एमपी के धनकुबेर करोड़पति सिपाही सौरभ शर्मा से जुड़ा काले धन का सनसनीखेज मामला प्रदेश और देश भर में का विषय रहा, परिवहन विभाग महज सात वर्षों की नोकरी के दौरान भृष्ट सिपाही सौरभ शर्मा ने सैकड़ो करोड़ की अकूत काली कमाई जमा की और अंततः पिछले दिनों उसके काले साम्राज्य का पाप का घड़ा भी फुट गया, देश भर की अलग अलग जांच एजेंसियां धनकुबेर करोड़पति सिपाही के अलग अलग ठिकानों पर दस्तक देने लगी, जहाँ उसने सरकारी नोकरी में रहते हुए, अफसरों की मेहरबानी से अकूत सम्पत्ति अर्जित की थी। इस मामले में फिलहाल जांच एजेंसियों की पड़ताल जारी है, और दावा किया जा रहा है, कीकाली कमाई से भरे इस सागर में डुबकी लगाने वाले सिपाही के साथ परिवहन विभाग से जुड़े अन्य अफसर भी कार्यवाही की जद में आ सकते है।

बात प्रदेश के अंतिम छोर पर स्थित नयागांव आरटीओ बेरियर से जुड़ी है, जिसे फिलहाल तो प्रदेश की सभी आरटीओ चेक की तरह बंद कर दिया गया है, लेकिन यहाँ पदस्थ रहे परिवहन विभाग के एक भूत पूर्व साहब सुरेश ने अपने सेवा काल के दौरान अर्जित की हुई अपनी काली कमाई को सफेद करने का बड़ा ही नायाब रास्ता चुना है। तेरा तुझको अर्पण की तर्ज पर साहब ने विभाग में रहते भृष्टाचार की सारी सीमाएं तोड़कर पहले अकृत दौलत अर्जित की और अब इसी काली कमाई को पाक साफ करने के लिए है, और गौशाला में गायों की देखरेख की आड़ में साहब की काली कमाई सफेद भी होती जा रही है। वैसे यहाँ किसी न किसी रूप में गौमाताओं की सेवा तो हो रही है, लेकिन धर्म की आड़ में काली कमाई को सफेद करने का सुरेश साहब का जो मास्टर प्लान है, उसमें भी वह सफल होते जा रहे है, और फिलहाल जांच एजेंसियों की निगाहों से दूर है। यहाँ भ्रष्टाचार के सागर में डुबकी लगाकर करोड़ों उगलने वाला अकेला सौरभ शर्मा नही है, बल्कि सरकारी दामाद बनकर राज्य की परिवहन चेक पोस्टों पर तैनात रहने वाले ऐसे और भी सौरभ शर्मा है, जिन्होंने भष्टाचार की सारी सीमाओं को तोड़कर काली कमाई से अपने घरों को भरा है, और आज समाज सेवक या गौ सेवक के रूप में जांच एजेंसियों के सामने चुनोती बनकर खड़े है।
जांच एजेंसियों के सामने चुनौती—
बहरहाल परिवहन विभाग में काले धन का संवर्धन कर उसे ठिकाने लगाने वालों में और भी कई सौरभ शर्मा मौजूद है, जो सरकार सहित जांच एजेंसियों की निगाहों से आज भी ओझल है, और समाज सेवा की आड़ में अपने काले धन को सफेद करने की जद्दोजहद में लगे है, यहाँ तक की गौशालाओं में गौमाता की सेवा की आड़ में परिवहन विभाग के पूर्व नोकरशाह अपनी काली कमाई को टैक्स फ्री कर उसे सफेद कर रहे है